फैशन की दुनिया से बन सकते है फिल्म जगत के बादशाह । बॉलीवुड में है फैशन डिजाइनर्स की मांग ।

फैशन डिजाइनिंग करने से बदल सकती है आपकी जिंदगी - एक बार जरूर देखे । 



फैशन हमेशा से आकर्षक, ग्लैमरस और रोमांच से भरा हुआ क्षेत्र है। इसमें करियर विकल्प के तौर पर युवाओं के जेहन में फैशन डिजाइनर या बुटीक आता है लेकिन आज फैशन के क्षेत्र में करियर के कुछ और भी विकल्प मौजूद हैं। यदि आप में रचनात्मकता औरमौलिकता हैतोफैशन फोरकास्टिा आपके लिए एक बेहतर करियर साबित हो सकता है। दरअसल,फैशन फोरकास्टिग और फैशन डिजाइनिग समरूप हैं। अंतर सिर्फ इतना है कि आप फैशन फोरकास्टिग में फैशन डिजाइनिंग से एक कदम आ-गे होते हैं। यहां आप आने वाले ट्रैड्स और रुझानों को तय करते हैं। फैशन से जुड़े ट्रैड की भविष्यवाणी इस पेशे का मुख्य हिस्सा है। 

रोमांचक है फैशन फोरकास्टिग 

इस फील्ड में इतना रोमांच है कि आप हर समय जोश और जज्बे से भरे रहते हैं। यहां कुछ भी ठहरा हुआ नहीं है। यहां रातों-रात फैशन के सारे समीकरण बदलते हैं। मौसम के हिसाब से कट और कलर तो बदलते ही हैं लेकिन अब तो लगता है कि स्टाइल और मैटीरियल आदि चलन में आने से पहले ही बदल जाते हैं। इसलिए इस काम की चु-नौतियां भी अनूठी हैं। ऐसे में सबसे पहले यहां यह समझने की जरूरत है कि फैशन की भविष्यवाणी करने वाले और फैशन डिजाइनर में क्या फर्क है। दरअसल फैशन की भविष्यवाणी फैशन डिजाइन की अगली कड़ी है, जहां कोई भी कुशल डिजाइनर या फैशन विशेषज्ञ लोगों के मूड को समझते हुए उनकी रुचि. ट्रेंड मौसम, रंगों के अनुसार आने वाले फैशन की भविष्यवाणी करता है। दुनियाभर में फैशन को समझने वाले और फैशन पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ, लोगों के बीच जाकर उनके मूड उ-नकी रुचि के साथ लगातार शोध करते रहते हैं। फैशन फोरका-स्टिग में रैडी-टू-वीयर, स्ट्रीट वीयर, हॉट कुटूर और मास मार्केट जैसे फैशन इंडस्ट्री के विभिन्न पहलुओं
से जुड़े आगामी ट्रेंड्स की घोषणा करनी होती है। वहीं ट्रेड फोरकास्टिंग के तहत ऑटोमोबाइल, फूड एंड बेवरेज, लिटरेचर और होम फर्निशिंग जैसे विभित्र क्षेत्रों के डिजाइन ट्रेंड्स की घोषणा करनी होती है।

शैक्षणिक योग्यता

फैशन फोरकास्टिग के ज्यादातर स्नातक कोर्सिज में प्रवेश लेने के लिए किसी भी विषय में 12वीं पास
होना जरूरी है। वहीं पी.जी. कोर्स के लिए किसी भी विषय में स्नातकहोना जरूरी है। भविष्य की संभा-वनाएं और करियर के अवसर को देखते हुए भारत सरकार के अधीन काम करने वाली अपैरल, मेड-अप्स एंड होम फर्निशिंग सैक्टर स्किल काऊंसिल युवाओं को एक खास ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स करा रही है। इसमें इंडस्ट्री के विशेषज्ञ युवाओं को फैशन फोरकास्टिग एनालिसिस से लेकर ट्रैड फोर-कास्टिा के पहलुओं के बारे में बताते हैं। स्किल इंडिया मिशन के तहत होने के कारण इस सर्टिफिकेट कोर्स को उद्योग जगत में विशेष तरजीह मिलती है। 

तकनीकी ज्ञान भी जरूरी 

फैशन फोरकास्टिा के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए महज। रचनात्मक होना ही काफी नहीं है, बल्कि इस क्षेत्र की तकनीक : से वाकिफ होना भी बेहद जरूरी है। उदाहरण के तौर पर, । परिधानों की डि-जाइनिंग के लिए फैब्रिक वीविंग टैक्नीक्स,। फैब्रिक मिक्सिग टैक्नीक्स, डाइंग टैक्नीक्स, स्टिचिग टै-क्नीक्स, आदि का ज्ञान होना चाहिए। इसी तरह फुटवियर डिजाइनिंग, असैसरी डिजाइनिंग और ज्यू-लरी डिजाइनिग आदि के लिए भी विभिन्न तकनीकों की जानकारी महत्वपूर्ण है। 

स्टैंड एलोन करियर

फैशन फोरकास्टिग अब फैशन क्षेत्र के दूसरे कारकों पर आश्रित नहीं रही। यह अब स्टैंड एलोन करि-यर बन चुका डच ईंड फोरकास्टर ली एडेलकूट जैसे विशेषज्ञों ने फैशन फोरकास्टिग को एक मह-त्वपूर्ण करियर फील्ड के रूप में की स्थापित किया है। कई भारतीय फैशन फोरकास्टर भी इंटनैशनल फैशन इंडस्ट्री में अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं।

नैशनल-इंटरनैशनल बायर्स और ब्रांड्स फैशन फोरकास्ट पर विशेष रूप से नजर रखते हैं। इस क्षेत्र में कमाईकी भी असीम संभावनाएं हैं। आमतौर पर शुरूआती दौर में एक फैशन फोरकास्टर किसी कं-पनी से जुड़कर 20,000 रुपए से शुरूआत कर सकता है और फैशन की समझ, मौलिकता, रच-नात्मकता और ट्रैड पैदा करने की क्षमता रखने वाले व्यक्ति के लिए लाखों रुपए आमदनी हो सकती है।

क्या हैं भविष्य की संभावनाएं

एक रिसर्च फर्म के अनुसार, देश में वर्तमान फैशन खुदरा बाजार 2,97,091 करोड़ रुपए के बराबर है, जो 2026 तक सी.ए.जी.आर. 10 प्रतिशत की दर से बढ़कर 7,48,398 करोड़ रुपए हो जा- एगा। भारतीय फैशन उद्योग भी अपनी कल्पनाशीलता और सृजनात्मकता से दुनिया के फैशन उद्योग में अपनी धाक जमा रहा है और कदम से कदम मिला रहा है। फैशन उद्योग पिछले तीस सालों से पूरी तरह सेलाभप्रदता और गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। फैशन से जुड़ी कंपनियां युवा डिजाइनरों को भर्ती करने और आधुनिक स्पर्श से जोड़ने के लिए फैशन शो आयोजित करके अपने ब्रांड का प्रचा-र कर रही हैं। ऐसे में युवाओं के पास कामके बहुत सारे अवसर हैं |


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